ब्रह्माकुमारी की शुरुआत हैदराबाद के सिंध में जो की अब पकिस्तान में है , दादा लेखराज ने सन 1937 में की | दादा लेखराज उस समय हीरों के व्यापारी थे | और अपने परिवार के साथ रहते थे | Bk Shivani
जगमग जगमग चाँद सितारे, हम सब देवी लक्ष्मी के चरण पखारे, व्यापारी के भाग सवारे, धन तेरस के बजे नगाड़े। Happy Dhanteras